बांग्लादेश में अभी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। शेख हसीना के प्रधानमंत्री रहते सीमा पार से घुसपैठ पर लगाम कसी गई थी, लेकिन अराजकता के माहौल में मोदी सरकार की चिंता बढ़ा दी है। यही कारण है कि भारत सरकार भी एक्शन मोड में है।
सर्वदलीय बैठक में भी दी गई जानकारी
शेख हसीना के आगे के रुख का इंतजार
अनुमति मिली तो लंदन में लेंगी शरण
(Bangladesh Protests)। बांग्लादेश के हालात पर भारत सरकार की भी नजर है। इस बीच, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में हालात की जानकारी दी और सरकार का रुख साफ किया। विदेशमंत्री ने सिलसिलेवार ढंग से बताया कि किस तरह बांग्लादेश में हालात बिगड़ते गए, किस तरह प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और भारत आने की अनुमति मांगी। नीचे देखिए विदेश मंत्री से संबोधन का वीडियो।
विदेश मंत्री ने बताया कि सोमवार को बांग्लादेश से आनन-फानन में संदेश आया और शेख हसीना ने कुछ समय के लिए भारत में शरण मांगी। भारतीयों के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में 19 हजार नागरिक और करीब 9 हजार छात्र हैं, जिनकी सुरक्षित वापसी के लिए पहले से अभियान चलाया जा रहा है।
इससे पहले सरकार ने मंगलवार को संसद भवन में सभी दलों की बैठक बुलाई। बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हालात की जानकारी दी। विदेश मंत्री ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि अभी भी 12 से 13 हजार भारतीय बांग्लादेश में फंसे हैं। विदेश मंत्री के अनुसार, अभी उनके रेस्क्यू की जरूरत नहीं हैं, लेकिन हालात बिगड़े तो सरकार उनको भारत लाने की कोशिश भी करेगी।
सर्वदलीय बैठक में राहुल गांधी ने पूछे दो सवाल
सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से दो सवाल पूछे। राहुल ने पूछा कि सरकार की रणनीति क्या है और दूसरा- क्या इसके पीछे किसी विदेशी ताकत का हाथ है?
इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि हालात तेजी से बदल रहे हैं। सरकार की नजर है और स्थिति के अनुसार रणनीति बनाई जा रही है। विदेशी ताकत का हाथ होने के सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार इस पर भी जानकारी जुटा रही है।
सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इशारा पाकिस्तान की ओर था। पाकिस्तान के एक बड़े अधिकारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर बांग्लादेश हिंसा की फोटो लगाई थी।
भारत की सबसे बड़ी चिंता यह है कि बांग्लादेश से सटी करीब 4000 किमी लंबी सीमा से घुसपैठ की वारदात बढ़ सकती है।
बांग्लादेश के हालात पर विपक्षी नेताओं के बयान
हमें बांग्लादेश के लोगों को पहला और सबसे महत्वपूर्ण संकेत यह देना होगा कि हम उनके साथ खड़े हैं। इसमें कोई अन्य निहित स्वार्थ नहीं है। हिंदू घरों, मंदिरों और लोगों पर हमलों की कुछ परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं। यह चिंताजनक है। – शशि थरूर, कांग्रेस सांसद
बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है, उसका असर भारत पर भी पड़ेगा। बांग्लादेश हमारा सीमावर्ती देश है। अगर बांग्लादेश में अराजकता होगी तो भारत का भला नहीं होगा। वहां के भारतीयों को कैसे वापस लाया जाए और सीमाएं कैसे सुरक्षित की जाएं, इस पर सरकार को काम करना चाहिए।’ – प्रियंका चतुर्वेदी, शिवसेना (यूबीटी)
लंदन जाना चाहती है शेख हसीना
शेख हसीना ने अभी भारत में शरण ली है। कल शाम से वे हिंडन एयरपोर्ट पर हैं। उनके साथ बहन और बेटा भी है। शेख हसीना लंदन में शरण चाहती हैं और इसके लिए इंग्लैंड की सरकार से अनुरोध किया है। हालांकि, अब तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है।