मध्य प्रदेश के जबलपुर में कई दुर्घटनाओं के बाद विभाग जाग गया है। बिजली की उच्च दाब क्षमता की लाइन में काम करने के दौरान करंट लगने से कई कर्मचारी दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। कुछ विकलांग तो कई की मौत तक हो जाती है। ऐसे में लाइनकर्मियों की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठता रहा है।
उच्च दाब क्षमता की लाइनों पर काम करते बिजली कर्मी
- हॉट सूट पहनाकर चालू लाइन में काम की ट्रेनिंग दिलाई है।
- बिजली लाइन पर काम करने वाले के लिए मददगार बनेगा।
- करंट से बचने 100 से ज्यादा कर्मियों को बांटे गए यह सूट।
अब मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने ऐसा सूट बनाया है जिसे पहनकर बिजली कंपनी चालू लाइन पर भी काम कर लेंगे लेकिन उन्हें करंट नहीं लगेगा। इस सूट को कंपनी ने ‘हॉट सूट’ नाम दिया है।
मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने प्रदेश भर के 100 से ज्यादा कर्मचारियों को हॉट सूट पहनकर चालू लाइन में काम करने की ट्रेनिंग दिलाई है। ये कर्मचारी बेंगलुरु से ट्रेनिंग लेकर आए हैं। हॉट सूट को पहनने वाले लाइनमैन को ‘हॉट मैन’ भी कहा जाता है।
हाई वोल्टेज करंट में काम करना मुश्किल
मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी की लाइनों पर उच्च क्षमता का विद्युत प्रवाह होता है। बिजली उत्पादन इकाई से सीधे ग्रिड के माध्यम से ट्रांसमिशन लाइन पर 400 केव्ही, 220 केव्ही और 132 केव्ही वोल्टेज पर लाइन में करंट दौड़ता है।
बिजली कर्मी उच्च दाब क्षमता की लाइनों पर काम कर पाएंगे
- कई बार बिजली आपूर्ति बंद होने के बावजूद करंट दौड़ने लगता।
- वजह से बिजली कर्मी करंट लगने की हादसे का शिकार हुए थे।
- हॉट सूट पहनकर उच्च दाब क्षमता की लाइनों पर काम कर पाएंगे।
132 केवी से लेकन 400 केवी की लाइन पर बिना शटडाउन लिए काम कर सकते हैं
बेंगलुरु में 20 दिन तक चली ट्रेनिंग अब तक प्रदेश के करीब 100 बिजली कर्मचारियों को हॉट सूट दिए गए हैं। पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के चीफ इंजीनियर (सीई) संदीप गायकवाड़ के मुताबिक- हॉट सूट पहनकर लाइनमैन 132 केवी से लेकन 400 केवी (किलो वोल्ट) तक की लाइन पर बिना शटडाउन लिए काम कर सकते हैं।
बेंगलुरु से आए कर्मचारियों को ट्रेनिंग करीब 20 दिन तक चली
हॉट लाइन सूट बना आकर्षण का केंद्र
विज्ञान मेला में विशेष तकनीक और मटेरियल से बना इंसूलेटेड सूट के साथ प्रदर्शित एक मॉडल बेहद आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिसे पहनकर बेयर हैंड तकनीक के द्वारा ट्रांसमिशन लाइनों के 400 के व्ही, 220 के व्ही ,132 के व्ही वोल्टेज लेवल पर चालू लाइन में सुधार कार्य किया जा सकता है। इसके अलावा सब स्टेशन में उपयोग आने वाले विभिन्न उपकरणों के माडल भी प्रदर्शित किए गए हैं ।