गुजरात में नवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार नवरात्रि की शुरुआत गुरुवार से हुई है, जिसमें युवा और बुजुर्ग सभी अंबा की पूजा करते हुए गरबा में हिस्सा ले रहे हैं। यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा है।
महिला सुरक्षा पर ध्यान
सरकार इस बार नवरात्रि उत्सव के दौरान नागरिकों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग है। गुजरात पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं।
She टीमों की तैनाती
महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुल 737 शि टीमों को तैनात किया गया है। ये टीमें पारंपरिक पोशाक में ड्यूटी करेंगी और लगातार निगरानी रखेंगी ताकि किसी भी स्थान पर छेड़छाड़ की घटनाओं से बचा जा सके। महिलाएं बेफिक्र गरबा खेल सकें और सुरक्षित अपने घर लौट सकें, इसके लिए ये टीमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
सहायता के लिए संपर्क नंबर
यदि किसी बहन या बेटी को रात में घर जाने के लिए वाहन नहीं मिलता है, तो वे 100 या 181 नंबर पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकती हैं। पुलिस द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी महिला अकेली न रहे और उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जा सके।
नियंत्रण कक्ष और तकनीकी निगरानी
नवरात्रि उत्सव के दौरान सभी शहरों और जिलों में 209 नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। इन कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कड़ी निगरानी की जा रही है, जिसका नियमित रूप से उच्च पुलिस अधिकारियों द्वारा पर्यवेक्षण किया जा रहा है। कुल 5,152 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि किसी भी असामान्य गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
ट्रैफिक प्रबंधन के उपाय
गरबा खेलने और देखने के लिए भारी संख्या में लोग आते हैं, जिससे ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए, उन इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है जहां भीड़ भाड़ होती है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ गांवों में भी जीआरडी के जवानों को तैनात किया गया है, ताकि कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।
गुजरात में नवरात्रि का यह पर्व केवल धार्मिक नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा, समुदाय और संस्कृति का भी प्रतीक है। सरकार और पुलिस के द्वारा उठाए गए कदम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी लोग इस पर्व को सुरक्षित और खुशी से मना सकें।