Sunday, January 26, 2025
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24 घंटे में तीन डिग्री गिरा रायपुर का पारा, बलरामपुर में न्यूनतम तापमान रहा 3.3 डिग्री

छत्तीसगढ़ में सोमवार से बन रहे नए सिस्टम के चलते प्रदेश में हवा की दिशा बदलकर दक्षिण-पश्चिम होने की संभावना है। इससे वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ेगी। साथ ही अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। हालांकि बादल छाए रहने से दिन का तापमान गिर सकता है।

गुढ़ियारी के गांधी नगर मुरराभट्ठी में ठंड से बचने के लिए की गई अलाव की व्यवस्था।

  1. राज्य में सबसे अधिक तापमान 30.1 सुकमा में दर्ज किया गया।
  2. नए सिस्टम से हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम होने की संभावना है।
  3. नगर निगम ने शीतलहर से बचाव को जगह-जगह जलाए अलाव।

रायपुर। राजधानी में ठंड अपना असर दिखा रही है। बीते 24 घंटे में पारा तीन डिग्री और गिरकर 9.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। इतना ही नहीं राजधानी के आउटर में तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसके अलावा दुर्ग में न्यूनतम पारा सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस गिर गया है।

प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस सुकमा में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस बलरामपुर में दर्ज किया गया। राजधानी में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 28 डिग्री और 11 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।

न्यूनतम तापमान में हो सकती है बढ़त

सोमवार से बन रहे नए सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश हवा की दिशा में दक्षिण-पश्चिम होने की संभावना है। साथ ही प्रदेश के वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ेगी। इसके प्रभाव से अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। आगामी 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, बादल छाए रहने से दिन का तापमान गिर सकता है।

सरगुजा के तापमान में उतार-चढ़ाव

सरगुजा संभाग के उत्तरी जिलों के तापमान में वृद्धि होगी, लेकिन तेजी से अगले एक सप्ताह तक उतार-चढ़ाव के साथ न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बदलाव जारी रहेगा। 18 दिसंबर से 22 दिसंबर तक बस्तर संभाग और उससे लगे जिलों बहुत हल्की से हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। राज्य में सबसे अधिक तापमान 30.1 सुकमा में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री बलरामपुर में किया दर्ज।

कुछ दिन पहले मैनापाट में पाला गिरने के बाद वहां ठंड बढ़ गई है।

बना हुआ है सिस्टम

दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। अगले दो दिनों के दौरान इसके और अधिक साफ होने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर तमिलनाडु तट की ओर बढ़ने की संभावना है।

निगम ने की अलाव की व्यवस्था

नगर निगम द्वारा शहरवासियों को शीतलहर से बचाव के लिए जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की गई है। इससे शहर में आने वाले बाहर के लाेगों को जहां सुविधा मिल रही है। वहीं, शहरवासियों को भी ठंड से राहत मिल रही है। आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने जोन के आयुक्तों, अभियंताओं को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंपी है।

शीतलहर से बचाव के लिए इन दिनों एम्स अस्पताल परिसर, टाटीबंध गुरूद्वारा गार्डन परिसर, अंतर राज्यीय बस स्टैंड भाठागांव, खमतराई बाजार चौक के समीप, भनपुरी बाजार चौक के पास, होटल पैराडाइस के पास, लाखेनगर चौक, स्टेशन परिसर, रेलवे स्टेशन चौक, मेकाहारा अस्पताल परिसर, सामने मुख्य मार्ग के चौक, टाउन हाल परिसर, जयस्तंभ चौक के पास, खमतराई बाजार, सहित विभिन्न मुख्य सार्वजनिक स्थलों, चौक – चौराहों पर आमजनों को शीतलहर से सुरक्षा देने अलाव जलाने की व्यवस्था प्रतिदिन की जा रही है।

SourceNaidunia
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