मध्य प्रदेश के सागर जिले गुरुवार सुबह सड़क हादसा हो गया। जरुआखेड़ा-बांदरी रोड पर बस पलटने से 21 यात्री घायल हो गए। गनीमत रही कि बस खाई की ओर बनी रेलिंग में अटक गई, वरना बड़ी दुर्घटना हो जाती।
खाई में गिरने से बाल-बाल बची बस।
- गंभीर घायल यात्रियों को इलाज के लिए सागर रेफर किया गया है।
- रास्ते से निकल रहे लोगों ने बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला।
- बस किस वजह से पलटी, पुलिस अब इस मामले की कर रही जांच।
(Bus Accident in Sagar)। जरुआखेड़ा-बांदरी रोड पर गुरुवार सुबह आठ बजे एक यात्री बस पलट गई। बस पलटने के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। सड़क से गुजर रहे लोगों ने बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला।
सूचना मिलने के बाद चार 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जरूआखेड़ा पहुंचाया गया। जहां से सात गंभीर घायलों को सागर जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
गनीमत रही कि घाटी के मोड पर रेलिंग होने की वजह से बस खाई में गिरने से बच गई, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं बस के ड्राइवर सहित 21 यात्रियों को चोट आई है। बस अचानक से कैसे पलटी इसकी जांच पुलिस कर रही है।
इधर… वाहन की टक्कर से तेंदुए की मौत पीएम के लिए जबलपुर भेजा शव
गौरझामर थाना अंतर्गत एनएच 44 पर चौपड़ा के पास तेंदुआ का शव मिलने के मामले की वन विभाग द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। तेंदुए की मौत अज्ञात वाहन की टक्कर से होना बताई जा रही है। हादसे के बाद तेंदुआ मृत अवस्था में सड़क पर देखा गया था, जिसके बाद पुलिस एवं वन विभाग को सूचना दी गई।
रविवार रात के दरमियान हुए हादसे की जानकारी मिलते ही वन परिक्षेत्र ढाना की टीम मौके पर पहुंची और मौके का मुआयना कर शव को कब्जे में लिया। आसपास पहाड़ी एवं घना जंगल होने के कारण जानवरों का विचरण रहता है, जिससे सड़क पार करने के दौरान हादसा होने की आशंका जताई जा रही है।
पहले भी चौपड़ा में मिला था तेंदुए का शव
प्राप्त जानकारी अनुसार वन विभाग द्वारा मृत तेंदुआ का शव पोस्टमार्टम के लिए जबलपुर ले जाया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि चौपड़ा के पास कुछ वर्ष पहले भी तेंदुए का शव मिला था। रानगिर से पहाड़ी बरकोटी, नाहरमऊ, केसली से सिलवानी के जंगलों से लगी हुई है। घना जंगल, पहाड़ी होने से वन्य जीवों का बसेरा रहता है और आसानी से विचरण कर पाते हैं।