शिवपुरी के गुना बाइपास पर एक अनियंत्रित ट्रक आदिवासी परिवार के कच्चे मकान पर पलट गया, जिसमें मां-बेटी की मौत हो गई और दूसरी बेटी व ट्रक चालक घायल हो गए। कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की। हादसे की जांच जारी है।
ट्रक झांसी से आकर गुना बाइपास पर पलटा।
- अनियंत्रित ट्रक मकान पर पलटने से मां-बेटी की मौत।
- भीषण हादसे में दूसरी बेटी और ट्रक चालक घायल।
- कलेक्टर ने 70 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी।
शिवपुरी। देहात थानांतर्गत गुना बाइपास पर सड़क किनारे आदिवासी परिवार के कच्चे मकान पर गुरुवार की शाम एक ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में मकान के अंदर अलाव ताप रहीं मां-बेटी ट्रक के नीचे दब गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी दूसरी बेटी और ट्रक ड्राइवर घायल हो गया है।
कई लोग बाल-बाल बचे
हादसे के समय घर के दूसरे कमरे में बैठे दामाद और परिवार के अन्य सदस्य बाल-बाल बचे। घटना के बाद मौके पर तत्काल आइटीबीपी जवानों ने रेस्क्यू कर दोनों शवों को मलबे से बाहर निकाला।
वहीं पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है। हादसे की सूचना मिलने के बाद कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना स्थल का मुआयना कर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करवाई।
अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे उतरा
जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम करीब चार बजे झांसी की तरफ से आ रहा लहसुन से भरा एक ट्रक गुना बाइपास से गुजर रहा था। इसी दौरान ईको सेंटर के पास अंधे मोड़ पर एक कार को बचाने के फेर में ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे उतर गया।
कच्चे मकान में जाकर गिरा
ट्रक चालक ने सड़क किनारे बने कच्चे मकानों को बचाने का प्रयास किया परंतु ट्रक पलट गया और वहां कच्चा मकान बनाकर रह रहे अमर आदिवासी के मकान पर जाकर गिरा।
हादसे के दौरान ठंड से बचने के लिए घर में अलाव ताप रहीं अमर की पत्नी हरकुंवर आदिवासी उम्र 35 साल, बेटी काजल उम्र 15 साल, सरोज उम्र 12 साल ट्रक की चपेट में आ गईं।
ट्रक के नीचे दबने से मौत
हादसे में ट्रक के नीचे दबने के कारण हरकुंवर व उसकी बेटी सरोज की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में ट्रक चालक परजेश खान गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रक चालक को उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।
सहायता राशि दी जाएगी
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने मृतकों की अंत्येष्टि के लिए दस हजार रुपये के अलावा दस हजार रुपये अतिरिक्त मदद तत्काल उपलब्ध करवाई है। इसके अलावा रेडक्रास से 25-25 हजार रुपये की सहायता दिलवाई जा रही है।
कलेक्टर का कहना है कि अगर संबल योजना में परिवार का नाम होगा तो वह सहायता भी जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंगे, इसके अलावा जो भी सहायता परिवार को उपलब्ध करवा सकते हैं, वह देने का प्रयास करेंगे।