भोपाल में अपहरण का एक सनसनीखेज मामले में सामने आया, जिसमें किडनैप हुआ व्यक्ति हेमराज एक पुराने हत्या मामले का फरार आरोपित था। दो दिन पहले कोलार में उसका अपहरण हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। हेमराज हत्या के एक मामले में पिछले एक साल से फरार था। उसकी पत्नी के प्रेमी ने उसे अगवा किया था।
किडनैपिंग का केस सुलझाने में लगी पुलिस को मिल गया हत्या का आरोपी।
- हत्या के मामले में पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई।
- वो किडनैप होने के बाद लगा पुलिस के हाथ।
- 5 साल पहले हुए मर्डर के मामले में था फरार।
भोपाल पुलिस काम्बिंग गश्त के जरिए कानून व्यवस्था बनाए रखने और बदमाशों की गिरफ्तारी के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल उलट है। शहर में हत्या जैसे संगीन मामलों के आरोपित खुलेआम पुलिस की नाक के नीचे घूम रहे हैं और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाती है। इसका ताजा उदाहरण कोलार से सामने आया है।
कोलार के सर्वधर्म में दो दिन पहले दिनदहाड़े जिस व्यक्ति का सनसनीखेज अपहरण हुआ था, वह हत्या के एक पांच वर्ष पुराने मामले का फरार आरोपित निकला। अपह्रत हेमराज छह अन्य साथियों के साथ मार्च 2019 में एक युवक की हत्या के मामले में आरोपित है।
एक साल से तलाश कर रही थी पुलिस
वह पिछले एक साल से फरार है और बागसेवनिया पुलिस को उसकी तलाश थी। आरोपित पिछले करीब चार महीने से कोलार में पत्नी पिंकी के साथ रह रहा था और जेके अस्पताल के पास हॉस्टल में टिफिन सेंटर चलाता था।
आरोपित की पत्नी के प्रेमी ने उसका शुक्रवार को अपहरण किया और शनिवार को जब इस मामले में कार्रवाई की गई तब हत्या के पुराने मामले का खुलासा हो सका। इधर बागसेवनिया थाना पुलिस ने उसके घर पहुंचकर रविवार को आरोपित को गिरफ्तार किया। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हत्या के सात आरोपितों में पांच को आजीवन कारावास, एक बरी
जानकारी के अनुसार बागमुगालिया के दीक्षा नगर में होली दहन के दौरान मोहम्मद शरीफ के मकान में किराये से रहने वाले दिनेश मालवीय और किशन मालवीय के परिवार में पानी फैलने को लेकर विवाद हो गया था।
विवाद के बाद किशन की पत्नी मंजू ने अपने मुंह बोले भांजे आशीष गिरी और उसके दोस्त राकी को फोन कर बुला लिया था, लेकिन उनके पड़ोसी मुकेश मालवीय ने उन्हें समझाकर घर भेज दिया। राकी ने अपने बड़े भाई योगेश को घटना बताई तो योगेश अपने साथी दीपक वैद्य और हेमराज के साथ दीक्षा नगर पहुंचा और मुकेश से मारपीट शुरू कर दी।
चाकू से हमला कर दिया था
इस दौरान आरोपित योगेश ने चाकू से मुकेश पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल मुकेश को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने योगेश और हेमराज समेत सात लोगों को आरोपित बनाया था।
थाना प्रभारी अमित सोनी ने बताया कि मामले में कोर्ट पांच आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुना चुका है, जबकि एक आरोपित को बरी कर दिया गया है। वहीं मामले में एक साल से हेमराज फरार चल रहा था और कोर्ट को उसका फैसला सुनाना बाकी है। सोमवार को उसे पेश किया जाएगा।
दोस्त ने की थी सप्ताह भर रैकी, पांच लोगों ने किया था अगवा
उधर अपहरण के मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी जोन-4 जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि किडनैप हेमराज की पत्नी पिंकी से राजगढ़ निवासी गोलू पूर्विया की इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। दोनों के संबंधों की जानकारी मिलने पर हेमराज ने ऐतराज जताया था, जिसके बाद गोलू ने पिंकी को फोन कर उसके पति को अगवा कर देने की धमकी दी थी।
दोस्त को रैकी करने के लिए लगाया था
गोलू ने अपने दोस्त विनय चंदेल को रैकी करने के लिए लगाया था। विनय ने करीब एक सप्ताह तक रैकी कर हेमराज की जानकारी गोलू को दी थी। जिसके बाद गोलू के दोस्त सत्या गुर्जर के कहने पर टैक्सी ड्राइवर बृजमोहन लोधा और सतीश सोंधिया ने अन्य साथी रवि सोंधिया, अरूण सेन, घनश्याम लोधी व राहुल गुर्जर के साथ राजगढ़ से कोलार पहुंचे और हेमराज का अपहरण किया।
ब्यावरा बस स्टैंड पर छोड़ दिया था
उन्होंने राजगढ बायपास स्थित रिलायंस पेट्रोप पंप के पास पहुंचकर हेमराज को गोलू पूर्विया के हवाले कर दिया था। वहीं शाम को गोलू ने हेमराज को ब्यावरा बस स्टैंड के पास छोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार की तलाश जारी है।