ग्राम कुंडिया में संजा माता का विसर्जन करते समय तीन बालिकाएं चोरल नदी में डूब गईं। एक बालिका को बचा लिया, जबकि दो सगी बहनें मीनाक्षी (12) और अंशिका (10) तथा करिश्मा (14) की मौत हो गई। सभी को बलवाड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया।
विसर्जन के दौरान बालिकाएं चोरल नदी में डूबीं।
स्थानीय लोगों ने एक बालिका को बचा लिया।
अस्पताल में तीनों को मृत घोषित किया गया।
खरगोन/बलवाड़ा। बलवाड़ा में आने वाले ग्राम कुंडिया में संजा माता का विसर्जन करने के दौरान तीन बालिकाएं चोरल नदी में डूब गई, जिसमें दो सगी बहनें हैं। तीनों बालिकाओं को पुलिसकर्मियों ने बाहर निकाला। उन्हें बलवाड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टर ने तीनों बालिकाओं को मृत घोषित कर दिया। तीनों बालिकाओं के शव को बडवाह सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए ले गए।
जानकारी के अनुसार बुधवार को सुबह 11 बजे ग्राम कुंडिया की बालिकाएं श्राद्ध पर्व समापन के बाद संझा माता की फुल-पाती का विसर्जन करने समीप चोरल नदी पर गई थी। इस दौरान एक बालिका का पैर फिसला, जिसके बाद एक दूसरे को बचाने में चार बालिकाएं नदी में डूबने लगी।
दो सगी बहनों की मौत
एक बालिका को स्थानीय लोगों ने बचा लिया, लेकिन दो सगी बहन मीनाक्षी पुत्री मनोज (12) व अंशिका पुत्री मनोज (10) के साथ करिश्मा पुत्री विनोद (14) डूब गई। तीनों करोदिया गांव की रहने वाली थी। बालिकाओं के शव को बाहर निकालकर उन्हें बलवाड़ा अस्पताल ले गए। यहां डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद ग्राम कुंडिया व बलवाडा में मातम पसर गया।