मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर का है, जहां भूत, पिशाच का डर दिखाकर महंगी एसयूवी भी ली। फर्जी कम्पनी बनाकर उनके बेटे को उसमें पार्टनर बनाया। आरोपितों ने चैक और नकद समेत कुल एक करोड़ का चूना लगाया। गोराबाजार पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। मामले में सचिन को गिरफ्तार किया जा चुका है।
10वीं पास अरूण प्रकाश दुबे गिरोह बनाकर देता रहा अंजाम।
परिवार से भूतों के रहने के लिए 45 लाख का घर खरीदवाया।
ठगी की ऐसी दो वारदात को अंजाम देने वाला 10वीं पास है।
पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड अरूण को गिरफ्तार किया।
भूत, पिशाच और मौत का डर दिखाकर लोगाें ने पैसे ऐठने वाले आरोपित को पुलिस ने पकड़ लिया है। अरूण और वरूण ने सचिन उपाध्याय के साथ मिलकर गेम प्लान बनाया। बातव परिवार से भूतों के रहने के लिए 45 लाख का घर खरीदवाया और उसमें खुद रहने लगे। महंगी एसयूवी भी ली। फर्जी कम्पनी बनाकर उनके बेटे को उसमें पार्टनर बनाया।
वारदातों को अंजाम देने वाले 10वीं पास है अरूण
आरोपित ने पूजा पाठ के नाम पर जमीन खरीदवाई, तो किसी से नकद रकम ऐंठी। ऐसी ही दो वारदातों को अंजाम देने वाले 10वीं पास अम्बेडकर करलोनी शांति नगर दमोहनाका निवासी अरूण प्रकाश दुबे को कैंट पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
अरूण पर गोराबाजार थाने में भी प्रकरण दर्ज
उस पर पांच हजार रुपये का इनाम था। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। अरूण पर गोराबाजार थाने में भी प्रकरण दर्ज है। मामले में गोराबाजार पुलिस भी उसकी पुलिस रिमांड लेगी। इसके पूर्व अरूण का साथी सचिन गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपिमाें पर गोराबाजार, कैंट और गोहलपुर में ठगी के मामले दर्ज है। अरूण और उसके साथी पूजा पाठ के नाम पर लोगों से रुपये ऐंठते थे। इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड अरूण ही है।
अलग-अलग दोष बताए, ऐंठे पौने 12 लाख
अरूण प्रकाश दुबे और सचिन उपाध्याय ने सिकंदर कनौजिया को भी गृह दोष, मृत्युदोष का भय दिखाया। बताया कि उसके घर में गृहदोष, वास्तुदोष, मृत्युदोष, पितृदोष है। पूजा पाठ के नाम पर उससे दोनों ने धीरे-धीरे 11 लाख 70 हजार रुपये ऐंठ लिए। जब सिकंदर को उसके फर्जीवाड़े का पता चला, तो मामले की शिकायत केन्ट पुलिस से की, जिसके बाद पुलिस ने 23 जून को सचिन और अरूण पर प्रकरण दर्ज किया था।
एक करोड़ से अधिक का लगाया था चूना
अरूण ने भाई वरूण और साथी सचिन के साथ मिलकर रेलवे के रिटायर्ड अफसर अनंततारा निवासी गुलाबचंद बातव और उनकी पत्नी शकुंलता को अपने जाल में फंसया। बताया कि उनकी जमीन पर 14 प्रेतों ने कब्जा कर लिया है। वे तब ही जमीन छोड़ेगें, जब उन्हें कहीं और घर मिलेगा। पूजा पाठ नहीं की गई, तो उनके छोटे बेटे की मौत हो सकती है।
चेक और नकद समेत कुल एक करोड़ का चूना लगाया
अरूण और वरूण ने सचिन उपाध्याय के साथ मिलकर गेम प्लान बनाया। बातव परिवार से भूतों के रहने के लिए 45 लाख का घर खरीदवाया और उसमें खुद रहने लगे। महंगी एसयूवी भी ली। फर्जी कम्पनी बनाकर उनके बेटे को उसमें पार्टनर बनाया। आरोपितों ने बातव परिवार को चेक और नकद समेत कुल एक करोड़ का चूना लगाया। मामले में गोराबाजार पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। मामले में सचिन को गिरफ्तार किया जा चुका है।