मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में कोचिंग से लौट रही छात्रा नदी पार करते समय बाढ़ में फंस गई। नदी के बहाव को देखते हुए किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि उसे बचाने पहुंचे। इस बीच एक युवक ने हिम्मत दिखाई और छात्रा के पास पहुंचकर उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल लाया।
खरगोन जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर बैड़िया क्षेत्र के भुलगांव व बलिया अंबा पहाड़ी क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई। इसके चलते नदी-नालों में बाढ़ आ गई। गांव बलिया अंबा के पहाड़ी चीतल नदी में भी बाढ़ा का रौद्र रूप देखने को मिला। यहां छात्रा नदी पार कर रही थी।
बाढ़ आने से वह घबराई। नदी किनारे खड़े युवक बाढ़ में जा पहुंचा और छात्रा को सकुशल नदी पार कराया। गुरुवार को दोपहर में तेज बारिश हुई। इसे लेकर सभी गांवो में सूचना दी गई थी कि नदी में पानी का स्तर बढेगा। कोई नदी नाले पार नहीं करें।
उधर, भुलगांव में बहने वाली चीतल नदी का जल स्तर भी बढ़ गया। शासकीय स्कूल बैड़िया की छात्रा महक खान सुबह बैड़िया कोचिंग के लिए गई थी। लौटने के दौरान चीतल नदी की पुलिया पार करने लगी। अचानक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। उस दौरान छात्रा बीच पुलिया में फंस गई। बढ़ता जलस्तर को देख छात्रा घबरा गई और बीच नदी में ही खड़ी हो गई।
नदी के दूसरे छोर पर खड़े बड़ी संख्या में युवक व अन्य लोग नदी का जलस्तर देख रहे थे, लेकिन बाढ़ के कारण किसी ने हिम्मत नहीं जुटाई। छात्रा को बचाने के लिए लोग शोर मचाने लगे। ऐसे में नदी किनारे खड़ा युवक जफर पठान जान की परवाह किए बिना पुलिया में जा पहुंचा।
जब छात्रा पुलिया पार कर रही थी, तब पानी कम था
युवक ने छात्रा महक को बचाया। छात्रा ने बताया जब वो पुलिया पार कर रही थी। उस दौरान नदी में पानी कम था, अचानक बाढ़ आ गई। ग्रामीणों ने बताया यदि समय रहते युवक नहीं पहुंचता तो हादसा हो सकता था।
50 से ज्यादा पुल, पुलियाओं में आ जाती है बाढ़
उल्लेखनीय है कि जिले में 50 से ज्यादा पुल, पुलिया व नाले ऐसे है जहां बाढ़ आने से लोग बहते हैं या फिर फंस जाते हैं। उधर, छात्रा का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने अब नदी-नालों पर चेतावनी बोर्ड व मुनादी करवाने का निर्णय लिया है। साथ ही उस क्षेत्र के जिम्मेदारों को बाढ़ का ध्यान रखना होगा।