मुरैना में रामनगर-बड़ोखर रोड पर खराब यातायात व्यवस्था के कारण भीषण जाम में तीन शव यात्राएं और एक एंबुलेंस फंस गईं। नंदेपुरा चौराहा पर अस्त-व्यस्त ट्रैफिक से हर रोज जाम की स्थिति बनती है।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के कोई प्रयास हो नहीं रहे, इसलिए सड़कों पर चलना दुश्वार हो गया है। शहर की रामनगर-बड़ोखर रोड से निकलना तो यातना भरा हो गया है। यहां दिनभर जाम लगता है। सोमवार की सुबह ऐसी भीषण जाम लगा कि मुक्तिधाम के लिए ले जाई जा रहीं 3 अर्थियां एक घंटे से ज्यादा देर तक फंसी रहीं।
अंबाह से घायल को लेकर आ रही एक एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही। सोमवार की सुबह 11 बजे अंबाह रोड के नंदेपुरा जाम लगा, इस जाम में दोपहिया वाहनों तक का निकलना बंद हो गया। कुछ ही देर में वाहनों की कतार रामनगर चौराहा से लेकर लेकर बड़ोखर माता मंदिर तक पहुंच गई।
यह जाम डेढ़ घंटे से ज्यादा देर तक लगा रहा। इस दौरान रामनगर व मुरैना शहर की ओर से तीन शवों की अंतिम यात्रा बड़ोखर मुक्तिधाम के लिए निकली थी। इनमें से एक शव यात्रा 4 पहिया वाहन में थी और 2 शवों को लोग कंधों पर ले जा रहे थे। यह शव यात्रा तक जाम में फंस गईं।
कंधाें पर ले जा रहे शव (अर्थी) को कभी किनारों से होकर तो कभी वाहनाें की भीड़ की बीच से मुश्किल से निकाला गया, लेकिन चार पहिया वाहन में जा रही अंतिम यात्रा सवा घंटे से ज्यादा देर तक जाम में फंसी रही।
उधर, अंबाह की ओर से एक घायल को लेकर आई एंबुलेंस भी जाम में पौन घंटे से ज्यादा देर तक फंसी रही, इस दौरान घायल भी दर्द से कराहता रहा। घायल के स्वजन व एंबुलेंस संचालक ने वाहन को निकालने का खूब प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। जम पूरा जाम खुला तब यह एंबुलेंस निकल सकी। जाम की समस्या इसलिए भी विकराल हो गई, क्याेंकि यहां यातायात पुलिस के कर्मचारी तैनात ही नहीं रहते
अंबाह रोड पर रामनगर चौराहा से लेकर बड़ोखर माता मंदिर तक जाम लगना हर रोज की बात है। जाम के यह हालात नंदेपुरा चौराहा पर अस्त-व्यस्त ट्रैफिक के कारण हैं। दरअसल, नंदेपुरा चौराहा पर शिकारपुर बायपास की ओर से, मुरैना शहर, अंबाह-पोरसा की ओर से वाहन आते हैं।
यहां वाहनों की निकासी व्यवस्थित तरीके से करवाने के लिए कोई इंतजाम नहीं हुए। जब भी चारों दिशाओं से एक साथ वाहन आते हैं, तभी जाम लग जाता है। सुबह-शाम के समय जाम के यह हालात सामान्य सी बात है। अंबाह बाईपास, नंदेपुरा रोड, इंदिरा सरोवर रोड पर दर्जनों मैरिज गार्डन हैं। शादियों के मौसम में तो यहां जाम की हालत और भी विकराल हो जाती है।