उज्जैन के रामघाट पर शिप्रा नदी में तैरकर पार करने की कोशिश में 40 वर्षीय धीरज अहिरवार की डूबने से मृत्यु हो गई। वह अपनी मां और भांजे के साथ उज्जैन दर्शन करने आया था। होमगार्ड जवानों ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद शव निकाला। धीरज विवाहित था, लेकिन बच्चे नहीं थे।
रामघाट पर शिप्रा नदी में डूबने से युवक की मौत।
धीरज ने तैरकर नदी पार करने की कोशिश की।
काफी मशक्कत के बाद शव नदी से निकाला गया।
रामघाट पर शिप्रा नदी में डूबने से गुरुवार सुबह एक युवक की मौत हो गई। मृतक अपनी मां व भांजे के साथ उज्जैन दर्शन करने के लिए आया था। रामघाट पर वह नहा रहा था। तैरकर नदी पार करने के दौरान वह बीच में ही जाकर डूब गया। होमगार्ड जवानों ने शव नदी से निकाला।
महाकाल पुलिस ने बताया कि धीरज पुत्र श्यामलाल अहिरवार उम्र 40 वर्ष निवासी राघोगढ़, गुना अपनी मां विमलाबाई और भांजे सुदामा के साथ गुरुवार सुबह उज्जैन दर्शन करने आया था। यहां तीनों रामघाट पर शिप्रा नदी में स्नान कर रहे थे। धीरज को तैरना आता था। नहाने के दौरान धीरज ने अपने भांजे से कहा कि वह नदी पार करके आता है। वह बीच में ही पहुंचकर थक गया और नदी में डूब गया।
सुदामा व उसकी मां ने शोर मचाया तो होमगार्ड के जवान नाव लेकर मौके पर पहुंचे और आधे घंटे की मशक्कत के बाद शव नदी से निकाला। सुदामा ने पुलिस को बताया कि उसका मामा धीरज विवाहित था, लेकिन उसके बच्चे नहीं हैं। वह मिस्त्री का काम करता था।
होमगार्ड जवान ने रोका था
होम गार्ड के जिला सेनानी संतोष कुमार जाट ने बताया कि ड्यूटी पर मौजूद जवान गश्त कर रहे थे। धीरज तैरकर नदी पार कर रहा था। उस दौरान एक जवान ने सिटी बजाकर उसे पार जाने से रोका भी था। मगर वह नहीं माना था। जवान सिटी बजाकर दूसरे घाट पर चला गया था। इसी दौरान युवक डूब गया।