जन्माष्टमी के अवसर पर ग्वालियर शहर में प्राचीन गोपाल मंदिर में राधा- कृष्ण का श्रृंगार किया गया जाता है। बैंक लाॅकर से निकालकर बेशकीमती गहने भगवान के श्रृंगार में उपयोग किये जाते हैं। शहर के अन्य मंदिरों में भी विशेष आयोजन किए जाएंगे।
ग्वालियर में भगवान श्रीकृष्ण में जन्मोत्सव की तैयारियां शुरू।
ग्वालियर शहर के मंदिरों में होंगे अनेक धार्मिक आयोजन।
लाॅकर से निकालकर बेशकीमती गहनों से किया जाएगा श्रृंगार।
ग्वालियर। फूलबाग परिसर में स्थित प्राचीन गोपाल मंदिर में 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने की तैयारियां शुरू हो गईं हैं। वर्ष में एक बार जन्मोत्सव के अवसर भगवान श्रीकृष्ण व राधारानी का बेशकीमती आभूषणों से अलौकिक और दिव्य श्रृंगार किया जाता है। ये गहने नगर निगम की संपत्ति हैं।
इन गहनों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बैंक के लाॅकर से निकालकर भगवान के श्रृंगार के लिए मंदिर लाया जाता है। इसके साथ ही सनातन धर्म मंदिर,अचलेश्वर मंदिर, जिला कोर्ट के पास स्थित श्री गिर्राज धारण मंदिर, थाटीपुर मंदिरों की जन्मोत्सव के लिए साज-सज्जा शुरू हो गई है।
मनोहारी होगा राधा-कृष्ण का श्रंगार
जन्माष्टमी के लिए राधाकृष्ण के श्रृंगार में नगर निगम द्वारा बैंक लाॅकर से निकालकर बेशकीमती गहने उपयोग किये जायेंगे, जिसमें सफेद मोती वाला पंचगढ़ी हार, लगभग ढाई लाख कीमत का सात लढ़ी हार जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने होंगे शामिल है। सन् 2007 में इनकी अनुमानित कीमत लगभग 8 से 10 लाख आंकी गई थी।
इसके अलावा सोने के तोड़े तथा सोने का मुकुट कृष्ण पहनेंगे जिनकी कीमत भी लगभग 20 लाख. है। गोपाल मंदिर में राधा जी का ऐतिहासिक मुकुट जिसमें पुखराज और माणिक जणित के पंख है तथा बीच में पन्ना लगा है, तीन किलो वजन के इस मुकुट की कीमत आज की दरों पर लगभग 80 से 90 लाख के बीच आंकी गई है तथा इसमें लगे 16 ग्राम पन्ने की कीमत लगभग 6 लाख 46,000 रुपये आंकी गई। राधाकृष्ण के श्रृंगार के लिये लगभग साढ़े पांच लाख के जेवर उपलब्ध हैं जिनमें श्रीजी तथा राधा के झुमके, सोने की नथ, कण्ठी, चूड़ियां, कड़े इत्यादि से भगवान को सजाया जायेगा।
चांदी के बर्तनों में लगेगा भोग
भगवान के भोजन इत्यादि के लिये भी प्राचीन बर्तनों की सफाई कर इस दिन भगवान का भोग लगाया जावेगा। लगभग 25 लाख कीमत के चांदी के विभिन्न बर्तनों से भगवान की भोग अराधना होगी जिनमें भगवान की समई, इत्र दान, पिचकारी, धूपदान, चलनी, सांकड़ी, छत्र, मुकुट, गिलास, कटोरी, कुंभकरिणी, निरंजनी आदि सामग्रियों का भी प्रदर्शन किया जावेगा। जन्मोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए निगम आयुक्त अमन वैष्णव ने अधिकारियों की बैठक ली और गहनों को लाॅकर से निकालने के लिए भगवान के श्रृंगार की रूपरेखा तैयार की।
सनातन धर्म मंदिर में छप्पनभोग लगेंगे, शहनाई वादन के साथ होगा श्रृंगार
सनातन धर्म मंदिर के अध्यक्ष विजय गोयल व प्रधानमंत्री रमेश चंद गोयल ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव परंपरागत रूप से मनाया जायेगा। मंदिर की आकर्षक सज्जा की जा रही है। भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्योत्सव पर सोमवार की सुबह सात बजे महिला कीर्तन होंगे। शहनाई वादन के साथ भगवान श्री चक्रधरव श्री गिरिराज धारण का अभिषेक होगा। शाम छह बजे चक्रधर भगवान की झांकी के दर्शन होंगे ।शाम सात बजे आरती एवं प्रसाद वितरण होगा।रा त्रि साढ़े दस बजे अभिषेक मुरलीधर के रूप में भगवान चक्रधर का फिर श्रृंगार होगा।रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण के प्राकट्य एवं दर्शन, आतिशबाजी, बैंड वादन के साथ आरती होगी ।