इंदौर शहर में सड़क दुर्घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। देश के सबसे ज्यादा दुर्घटना होने वाले शहरों में दिल्ली के बाद इंदौर का नाम आता है। पुलिस द्वारा हेलमेट को लेकर चलाए गए जागरुकता अभियान और सख्ती के बाद भी वाहन चालक इसे नहीं पहनते हैं। ऐसे में दुर्घटनाओं में सिर की गंभीर चोट के मामले सबसे ज्यादा होते हैं।
इंदौर शहर में सड़क हादसों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सालभर में एमवाय अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में तीन हजार छोटे और 900 बड़े ऑपरेशन होते हैं। यहां सड़क हादसों के 50 प्रतिशत मरीज इलाज के लिए आते हैं।
न्यूरो सर्जरी विभाग के हेड और प्रोफेसर डा. राकेश गुप्ता ने बताया कि इनमें से अधिकांश के सिर में गंभीर चोट होती है। कई लोग हेलमेट नहीं लगाते हैं। पुलिस के अनुसार बिना हेलमेट के वर्ष 2023 में कुल 46,771 चालान हुए। वहीं 2024 में 30 जून तक 16280 चालान बनाए गए हैं।
वहीं बात करें सड़क हादसों की तो केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट में सालभर में हुए सड़क हादसों में पहले स्थान पर दिल्ली (5652) है। वहीं दूसरे स्थान पर इंदौर (4680) और तीसरे स्थान पर जबलपुर (4046) का नंबर है।
इंदौर में मंगलवार को हेलमेट पहने होने की वजह से दुर्घटना में एक युवक की जान बच गई, जबकि उसके पिता की सिर में चोट लगने से मौत हो गई। पिता और बेटा बाइक से जा रहे थे, तभी अचानक सामने कुत्ता आ गया। इसके बाद बाइक फिसल गई और दोनों गिर गए। गिरने के बाद हेलमेट पहने होने से युवक को गंभीर चोट नहीं आई। उसके पिता को सिर में गंभीर चोट लगी और उनकी मौत हो गई।
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