Thursday, September 19, 2024
spot_img
HomeCrimeबेटे ने पूछा था... 'गिरने पर कितनी चोट लगती है’, दो दिन...

बेटे ने पूछा था… ‘गिरने पर कितनी चोट लगती है’, दो दिन बाद ही मल्टी से गिरकर हुई उसकी मौत

मुरैना में मल्टी से गिरकर किशोर की मौत के मामले में पुलिस अलग-अलग एंगल पर जांच कर रही है। वह ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन था। मंगलवार की सुबह लोगों ने उसे मल्टी के नीचे घायल पड़ा देखा। जब तक अस्पताल ले गए, तब तक उसकी मौत हो गई थी।

आदित्य माहौर जिसकी मल्टी से गिरने पर हुई मौत।

किशोर बेंगलुरु में मिठाई की दुकान पर हेल्परी का काम करता था।

वो बेंगलुरु से 26 अगस्त को ही वापस मुरैना उसके घर पर आया था।

पुलिस किशोर के मोबाइल से आईपीडीआर रिपोर्ट निकाल रही है।

मुरैना की अतरसुमा मल्टी में रहने वाले एक किशोर आदित्य की मंगलवार की सुबह मल्टी की तीसरी मंजिल की छत से गिरकर मौत हो गई। लोगों ने उसे घायल पड़ा देखा तो अस्पताल लाए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किशोर बेंगलुरु में मिठाई की दुकान पर हेल्परी का काम करता था। वह लंबे समय से मोबाइल गेम भी खेल रहा था।

ऑनलाइन गेम फ्री फायर पर भी उसकी आईडी मिली है। पुलिस अब इस मामले में किशोर की आईपीडीआर (इंटरनेट प्रोटाकाल डिटेल रिकॉर्ड) खंगाल रही है कि युवक रात में अपना इंटरनेट डेटा कहां खर्च कर रहा था। वहीं दो दिन पहले मां से भी उसने पूछा था कि ऊपर से गिरकर कितनी चोट लेगेगी। तब मां ने कोई ध्यान नहीं दिया था। पुलिस अब हर पहलू को लेकर जांच कर रही है। स्वजन सिर्फ मोबाइल चलाने की बात कह रहे है, वह क्या खेलता था यह नहीं पता।

बेंगलुरु से घर आया था

पिता ब्रजकिशोर माहौर ने बताया कि आदित्य 26 अगस्त को बेंगलरु से घर आया था। रात साढ़े तीन बजे तक वह उसके साथ ही मोबाइल चला रहा था। इसके बाद पिता सो गए। सुबह पांच बजे मोहल्ले के लोगों ने बताया कि आदित्य घायल अवस्था में नीचे पड़ा है। स्वजन उसे अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

गेम में कूदने जैसा कोई टास्क नहीं

ब्रजकिशोर को नहीं पता कि बेटा कौन का गेम खेलता था। सिविल लाईन टीआई दर्शन शुक्ला के मुताबिक वह फ्री फायर ऑनलाइन गेम खेलता था, लेकिन इस गेम में कूदने जैसा कोई टास्क नहीं है। उसके साथी हिंमाशु माहौर के साथ यह गेम खेलता था।

हिंमाशु ने पुलिस को बताया है कि वह रात में कभी गेम नहीं खेलते थे। इसलिए पुलिस अब आदित्य की आईपीडीआर जांचेंगी। जिसमें इंटरनेट का सांख्यकी का पता लगाया जाता है कि वह किस साइट पर जाकर डेटा खर्च कर रहा था। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।



SourceNaidunia
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments